Surah 18 (Al-Kahf: Imtihaan Ki Roshni)

  • Producer Abu Sayed
  • Label Abu Sayed Music
  • Release Date April 14, 2025

Song

Surah 18 (Al-Kahf: Imtihaan Ki Roshni)

Lyrics

गुफा में छुपे थे जो, इम्तिहान की रात आई,
सच्चाई की रोशनी ने, अंधेरों को मिटाया।
दुनिया के फितने से, दिल को बचाना सिखाया,
ये अल-कह्फ़ की कहानी, ईमान को बुलाया।

हर पल याद रखना, खुदा है हमेशा साथ,
जीत अधूरी नहीं, जब तक है उसकी राह।
अल-कह्फ़ सिखाता है, ज़िंदगी का असली नात,
सच्चे दिल से चलो, मिलेगी मंज़िल की बात।

मूसा ने खिज़्र से जो सीखा वो गहरा सबक़,
धैर्य का फल मीठा, जल्दबाज़ी नहीं रख।
धूल-क़रनैन की ताकत, न्याय की थी पहचान,
अल्लाह की मोहब्बत है, हर इम्तिहान का समाधान।

क्यों डरें दुनिया के साये, जब हाथ में है उसकी छाँव?
अल-कह्फ़ की हवा बन, बहके दिलों को सँभाल।

रौशनी की लकीरें, दिल में बसा लेना,
ये सूरा अठारहवां, ज़िंदगी को गुनगुनाना।
अल-कह्फ़ की ये किरणें, राह दिखाएँगी सदा,
चलते रहो ऐ दिल, खुदा है तेरा हमसफ़र यहाँ।

Written By

Abu Sayed

Date

March 17, 2025 at 10:40 PM

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