Surah 11 (Hud: Quran Ki Roshni)

Song

Surah 11 (Hud: Quran Ki Roshni)

Lyrics

सचाई के राही बनके चले, हुद ने दुनिया को समझाया,
तूफ़ानों में भी धीरज रखो, ये ज़िंदगी का सिलसिला है।
खुदा की बातों को गले लगाओ, नफ़रतों को मिटाओ,
हर इम्तिहाँ में उसका नाम ले, यही सबक सुनाया।

हुद की कहानी, नूर से भरी जुबानी, (x2)
टूटे दिलों को जोड़े, रब का पैग़ाम ये सुनाए।
चलो फिर से एक साथ, इश्क़ की राह पे बढ़ाएं।

जब लहरें उठीं, नाव बनाकर बचाया उसने सबको,
मगर जो अंधेरों में खो गए, वो सबक भूल गए।
आज भी याद दिलाता है, हर दर्द में सहारा है,
जो सच्चे दिल से मांगोगे, वो मिलेगा प्यारा है।

क्यों डूबते हो ग़म के सागर में?
उठो, नए सवेरा की ओर देखो तुम।
खुदा का वादा है साथ उसके, बस यकीन रखो।

हर कदम पर रौशनी बनकर, ये कहानी चलती रहे,
हुद की यादों को गुनगुनाएं, दिलों में बसती रहे।

Written By

Abu Sayed

Date

April 6, 2025 at 4:20 PM

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