Surah 10 (Yunus Ki Kahani)

Song

Surah 10 (Yunus Ki Kahani)

Lyrics

[Verse 1]
जिंदगी के सागर में, नाव डूबे क्यों ना हार,
खुदा का हुक्म समझो, मिलेगा किनारा प्यार।
यूनुस की दुआ सुनो, अंधेरे में रौशनी है,
इम्तिहानों के बाद ही, सच्ची जीत की कहानी है।

[Chorus]
ये इल्म है, ये सबक है, हर दर्द में भरोसा रखना (रखना),
खुदा के रास्ते चलो, फिर कोई ग़म ना बाँधना (बाँधना)।
जहाँ भी हो वो साथ है, बस एक सजदा कर लेना,
यूनुस की याद दिलाए, हर मुश्किल में मुस्कुरा लेना।

[Verse 2]
गलतियाँ माफ़ करेगा, वो रब जो रहीम है,
निराशा के पलों में भी, उसका नूर करीम है।
सच्चाई की नाव पर, सवार होकर चल पड़ो,
जहाँ भटके दिल वहाँ, उसका नाम ही तो मिलेगा।

[Bridge]
आँसू भी दुआ बन जाए, जब दिल टूटे बिखर जाए,
यकीन की राह पे चलो, वक्त सबको सिखलाए।
ये दुनिया फ़ना है राही, असली मंज़िल उसकी बाहें,
यूनुस ने जो सिखाया, वो इश्क़ है अल्लाह से।

[Outro]
हर सांस में उसकी याद, हर पल में उसका एहसास,
ये कहानी नहीं, ज़िंदगी का है ख़ास इक़रार।
यूनुस का सबक यही, जो दिल से दिल तक जाएगा,
जो भी उसे ढूँढेगा, वो रब तक पहुँच जाएगा…

Written By

Abu Sayed

Date

March 28, 2025 at 2:20 AM

Send this to a friend