Abu Sayed is a full-stack developer and ambient music artist from Dhaka, Bangladesh. Specializing in Laravel, Unity, and AI integration, he creates innovative web and mobile applications. As the founder of Ai Blogify and ToolsNess, Abu develops SaaS products and contributes to open-source projects. His tech expertise is matched by his musical talent, earning him recognition in Bangladesh's ambient music scene. A Computer Science graduate, Abu combines technical skills with creative expression to deliver unique digital solutions. Explore his blog for insights on web development, AI, and the intersection of technology and music.
पलकों पे तेरी यादों का मेला है तेरे बिन हर लम्हा अकेला है साँसों की सरगम तुझसे ही पूरी हो ये दिल बस तेरे इश्क़ में खेला है
ये जो हल्का सा दर्द है कितना मीठा है तेरा दिया है इसलिए दिल ने सींचा है न दवा चाहिए न दुआ चाहिए इस दर्द में जीना ही मेरी सज़ा मेरी जज़ा है
जब हवा चलती है तेरा आँचल लहराए पानी की बूँदों में तेरा चेहरा नज़र आए मेरी लिखी हर नज़्म में बस तेरा ही ज़िक्र है तुझे खोने का ही बस अब दिल में फिक्र है तेरे सिवा कुछ भी न अब इस मन को भाए
धड़कनों में भी अब तो तेरी ही सरगोशी है लबों पर खामोशी आँखों में मदहोशी है ये कैसा जादू है जो मुझपे छाया है तेरे इश्क़ ने मुझे खुद से ही मिलाया है
ये जो हल्का सा दर्द है कितना मीठा है तेरा दिया है इसलिए दिल ने सींचा है न दवा चाहिए न दुआ चाहिए इस दर्द में जीना ही मेरी सज़ा मेरी जज़ा है
रात की चादर ओढ़े जब चाँद निकलता है आसमान में तेरा ही अक्स झलकता है तेरी बातें वो जो कानों में गूँजती हैं सौ बार सुनकर भी ये रूह कहाँ थकती है हर एहसास अब तुझसे ही जा मिलता है
कागज़ की कश्ती जैसे मेरी ये ज़िंदगानी बह रही है तेरे इश्क़ के दरिया में बनके कहानी कोई किनारा न मिले मुझे परवाह नहीं तेरे नाम के सहारे ही कट जाएगा ये सफ़र यहीं तू ही मेरी इब्तिदा तू ही रूहानी
हर मोड़ पर नज़रें तुझको ही ढूँढती हैं ये प्यासी आँखें बस तेरी ही राह तकती हैं तुझसे शुरू होकर तुझपे ही खत्म हो जाऊँ मैं तो बस तेरी मोहब्बत में फना हो जाऊँ
ये जो हल्का सा दर्द है कितना मीठा है तेरा दिया है इसलिए दिल ने सींचा है न दवा चाहिए न दुआ चाहिए इस दर्द में जीना ही मेरी सज़ा मेरी जज़ा है
गर ये दर्द नहीं तो इश्क़ की क्या हस्ती है इसी एहसास में तो मेरी जान बसती है ज़माने की खुशियों से मुझे क्या लेना-देना मेरी दुनिया तो है बस तेरे ख्यालों में रहना तेरे नाम से ही मेरी हर शाम महकती है
चाँद निकला है फलक पर नूर बनके खुशियाँ छाई हैं हर एक सू बनके दिल की धड़कन में एक नया एहसास है आज हर दुआ में बस तेरी ही आस है
तेरे आने से ही मौसम बदला है सदियों का इंतज़ार आज रंग लाया है नज़रों से नज़रें मिलीं दिल ये मुस्कुराया रूह में तेरी खुशबू का इत्र समाया
ईद मुबारक मेरी जान ईद मुबारक तू है मेरा चाँद मेरी शान ईद मुबारक तेरे इश्क़ का जश्न मनाऊँ मैं दिल के हर कोने को तुझसे सजाऊँ मैं
हवाओं में घुली है मीठी सी चाशनी तेरी बातों से है मेरी दुनिया ये हसीं सजदे में जब भी झुकता हूँ तेरे लिए रब से बस माँगता हूँ तुझको अपने लिए
तेरे आने से ही मौसम बदला है सदियों का इंतज़ार आज रंग लाया है नज़रों से नज़रें मिलीं दिल ये मुस्कुराया रूह में तेरी खुशबू का इत्र समाया
ईद मुबारक मेरी जान ईद मुबारक तू है मेरा चाँद मेरी शान ईद मुबारक तेरे इश्क़ का जश्न मनाऊँ मैं दिल के हर कोने को तुझसे सजाऊँ मैं
ये रेशमी ज़ुल्फें ये शरबती आँखें भूल जाता हूँ मैं दुनिया की सारी बातें तेरे होने से ही मेरी हर ईद मुकम्मल है तेरे बिना हर खुशी अधूरी हर पल मुश्किल है
ख्वाबों के परे एक दुनिया बसाई है मैंने उस दुनिया की रानी तुझे बनाया है मैंने मेरे हर लफ्ज़ में बस तेरा ही ज़िक्र है तू ही मेरी इबादत तू ही मेरी फिक्र है
आ थाम ले हाथ मेरा दूर कभी ना जाना इस दीवाने दिल को और ना तड़पाना तेरी मुस्कान ही मेरी ईदी है तेरे संग ही मेरी हर खुशी जुड़ी है
ईद मुबारक मेरी जान ईद मुबारक तू है मेरा चाँद मेरी शान ईद मुबारक तेरे इश्क़ का जश्न मनाऊँ मैं दिल के हर कोने को तुझसे सजाऊँ मैं
ईद मुबारक मेरी ईद तू ही है हाँ तू ही है बस तू ही है
الليالي بتعدي ولسه أنا مكاني ببص في كل حتة ومش شايف غير أحزاني صوتك لسه في ودني بيعذب وجداني والبيت بعدك بقى فاضي ومليان أغاني
بحاول أنسى ومش قادر أصل اللي بينا كان أكبر من كلمة فراق تتقال وتسيبني لوحدي بتألم
صورتك مفارقتنيش لسه قصاد عيني وضحكتك الحلوة بتنده تناديني إزاي أعيش دنيا إنت مش فيها قولي بس أعمل إيه في سنيني
شوارعنا اللي كنا فيها بنمشي ونتكلم بقت تخوفني على الماضي بتخليني أندم كل مكان روحناه بقى شاهد على حكايتنا وكل ذكرى بتوجعني بتزوّد حيرتنا
بحاول أنسى ومش قادر أصل اللي بينا كان أكبر من كلمة فراق تتقال وتسيبني لوحدي بتألم
صورتك مفارقتنيش لسه قصاد عيني وضحكتك الحلوة بتنده تناديني إزاي أعيش دنيا إنت مش فيها قولي بس أعمل إيه في سنيني
তুমি কোথায় হারালে কোন অচিন দেশে আমার রাত কাটে না দিন হয় না তো শেষে বুকের ভেতরটা আজও খুঁজে ফিরে শুধু তোমাকে ফিরে এসো আমি দাঁড়িয়ে আছি সেই পুরনো বাঁকে
يقولوا الوقت بينسي وده كله كلام أنا كل يوم بحبك أكتر وبموت من الآلام حاولت أبدأ من جديد بس قلبي رفض مكتوب عليه إسمك ولغيرك إترفض
صورتك مفارقتنيش لسه قصاد عيني وضحكتك الحلوة بتنده تناديني إزاي أعيش دنيا إنت مش فيها قولي بس أعمل إيه في سنيني