नूर-ए-हिदायत (Noor-e-Hidayat) | Ahl al-Bayt
Lyrics
[Verse 1]
चरागों की तरह जलते हैं वो नूर-ए-खुदा के
अली हैं वो महबूब, मुहम्मद के दिल के प्यारे
हसन की मुस्कान में जन्नत का नज़ारा
हुसैन की कुरबानी, ईमान का सहारा
आसमां से ज़मीं तक गूंजे यह सदा
आहले-बैत के नाम से रौशन है दुनिया
[Chorus]
नूर-ए-हिदायत, पैगाम-ए-मुहब्बत
नबी की आमानत, आहले-बैत की अज़मत
तुम से है हर दिशा जगमगाती
मेरे मौला, मेरे आका, तुम से है रौनक हर जा
[Verse 2]
सय्यद बादशाह के कदमों में जन्नत है
उनकी नज़र में रहमत की बरसात है
अली की शजाअत का किस्सा जहां में
हक़ीक़त और मुहब्बत का मिश्रण वहां है
खुदा के रसूल के साये में पनपे
वो चाँद-सितारे जो इंसानियत को बचाए
[Bridge]
ज़िंदगी है एक सफ़र, मंज़िल है हुज़ूर
उनके बताए रास्ते पर चलना है ज़रूर
जिस ने पाया उनका साथ, वो कभी न हारा
हर मुश्किल में मिला उन्हें यारों का सहारा
[Verse 3]
मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की उम्मत सिर्फ प्यार सिखाए
नफरत के अंधेरों को उनका नूर मिटाए
हसन-हुसैन की याद में आंखें नम हैं
उनकी शहादत से हमारे दिल थम हैं
आहले-बैत का दामन थामे जो रहा
उसकी हर मंज़िल मुबारक, उसका हर सफर सुहाना
[Outro]
नूर-ए-हिदायत, पैगाम-ए-मुहब्बत
नबी की आमानत, आहले-बैत की अज़मत
जिंदगी भर चाहूंगा मैं इनकी रहमत
आखिरी सांस तक रहेगी इनकी मुहब्बत
नूर-ए-हिदायत…
Written By
Abu Sayed
Date
March 6, 2025 at 4:40 PM
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